Nav Celender Varsh-2025 - 1 book and story is written by nand lal mani tripathi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Nav Celender Varsh-2025 - 1 is also popular in Magazine in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 nand lal mani tripathi द्वारा हिंदी पत्रिका 252 Downloads 903 Views Writen by nand lal mani tripathi Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नव वर्ष -2025 भाग-1ब्रह्मांड का प्रत्येक प्राणी रात्रि को निद्रा अवस्था मे वह अभ्यास करता है जिसमें उंसे निश्चित जाना है अर्थात चिरनिद्रा का निरंतर अभ्यास ही प्रत्येक चेतनायुक्त प्राणि की निद्रा है एव प्रत्येक सूर्योदय नव सूर्योदय जीवन का जन्म शुभारम्भ है बहुत स्प्ष्ट है कि जीवन का अस्तित्व पराक्रम काल सूर्योदय से संध्या तक ही है रात्रि के अंधकार में प्राणि जीवन प्रलय के महा अंधकार की महायात्रा का अभ्यास ही करता है जहां प्रति सूर्योदय ही जीवन का प्रादुर्भाव है वहाँ भविष्य की गणना का आधार भी विशुद्ध वैज्ञानिक एव अर्थ पूर्ण परिणाम परक ही होगा।नव कलेंडर More Likes This नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 द्वारा nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) गलतफहमी - भाग 1 द्वारा Sonali Rawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी