विवरण
;और फिर उसकी कलाई पकड़, , ,,,,,, खुद की तरफ खींच,,,,,,,उसके हाथ को मारोड,,,,,,,,उसके पीठ की तरफ लगा ,,,,,, उसे अपने बिल्कुल करीब खींच लेता है,,,,,,,,,और फिर उसकी आंखों में घुर के देखते हुए,,,,,गुस्से से,,,,तुम खुद को,,,,समझती क्या होलेकिन आर्य फिर भी कुछ नहीं बोलती,,,,,,जिससे अयान उसकी कलाई पर ,,,,,,अपनी पकड़ और कस देता है ,,,,,,,और फिर उसे खुद इस तरह करते हुए,,,,,,तुम्हें क्या लगा ,,,,,कि तुम मुझे इग्नोर करोगी ,,,,,,तो मैं तुम्हारे आगे पीछे घूमुंगा ,,,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा ,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,अयान आया को झटका देता है ,,,,,,,जिससे आर्य लड़खड़ा आयान,,,, ,से दो कदम पीछे हो जाती