Grihalakshmi book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Grihalakshmi is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गृहलक्ष्मी DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां Writen by DINESH KUMAR KEER Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1. गृहलक्ष्मीएक बार मुझे दोस्त के बेटे के विवाह के रिसेप्शन में जाने का मौका मिला । स्टेज पर खड़ी खुबसूरत नयी जोड़ी को आशीर्वाद देकर मैं नीचे उतर ही रहे था कि दोस्त ने आवाज देकर वापस स्टेज पर बुलाया और कहा कि दिनेश जी नवदंपति को आशीर्वाद के साथ आज कोई अच्छी शिक्षा देते जाओ"मैने पर्स में से 500 रुपये का नोट निकालकर दुल्हे के हाथ में देते हुए कहा कि बेटा इसे मसलकर जमीन पर फेंक दो ?"दुल्हे ने समझदारी पुर्वक कहा "अंकल, ऐसी सलाह ? पैसे को तो हम लक्ष्मी मानते हैं न...."मैंने जवाब मे More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी