Apradh hi Apradh - 27 book and story is written by S Bhagyam Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Apradh hi Apradh - 27 is also popular in Crime Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अपराध ही अपराध - भाग 27
S Bhagyam Sharma
द्वारा
हिंदी क्राइम कहानी
993 Downloads
1.8k Views
विवरण
अध्याय 27 पिछला सारांश: धनंराजन ने उसे दिए दूसरे असाइनमेंट की मूर्ति जिसे कृष्णराज ने कीरन्नूर के मंदिर से चुराई थी उस नटराज की मूर्ति को मंदिर में ले जाकर रख दिया। इस काम को नहीं करने देना है इसलिए बहुत रुकावट विवेक ने उत्पन्न किया पर काम हो जाने से वह बहुत गुस्से में आ गया। अगली बार धनंजयन को अच्छा पाठ पढ़ाना पड़ेगा ऐसा उसने फैसला किया। दूसरा असाइनमेंट के पूरा होते ही बहुत प्रसन्न होकर कार्तिका ने धनंजयन की तारीफ की। आंखों आंसू के साथ धनंजय को कार्तिका ने देखा। स्पीकर फोन में बात करने की
‘इंटरव्यू के हाल में’ खूब भीड़ थी। बहुत सारे नौजवान हट्टे-कट्टे, छोटे- बड़े सुंदर, इंटरव्यू के लिए इंतजार करके खड़े लोगों को देखते हुए कार्तिका ने अंद...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी