Ishq da Mara - 18 book and story is written by shama parveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ishq da Mara - 18 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. इश्क दा मारा - 18 shama parveen द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 384 Downloads 1.1k Views Writen by shama parveen Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गीतिका कॉलेज पहुंच जाती हैं और जा कर क्लास में बैठ जाती है और पढ़ने लगती हैं।उधर यूवी यश से बोलता है, "भाई अब मुझे कब तक रखोगे यहां पर, मुझे यहां पर अच्छा नहीं लग रहा है, मुझे घर ले कर चलो"।तब यश बोलता है, तुम्हारा दिमाग तो ठीक है न तुम ये क्या बोल रहे हों, तुम्हे गोलियां लगी हैं"।तब यूवी बोलता है, "लगी है नहीं थी, अब मैं ठीक हूँ और मुझे घर जाना है "।तब यश बोलता है, "जिद मत करो, और मुंह बंद करके यहां पर लेटे रहो "।उधर यूवी के पापा एक मीटिंग रखते Novels इश्क दा मारा वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही चाहता। वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब... More Likes This सनातन - 1 द्वारा अशोक असफल Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी