Mahila Purusho me takraav kyo ? - 105 book and story is written by कैप्टन धरणीधर in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mahila Purusho me takraav kyo ? - 105 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 105
Captain Dharnidhar
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
Five Stars
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विवरण
अभय केतकी बदली तीनो मीरा होटल मे प्रवेश करते हैं । बदली ने साड़ी पहन रखी है । किन्तु ऐसा लग रहा था जैसे उसने नयी स्टाइल मे साड़ी पहनी है । लेकिन बदली को लग रहा था कि लोग उसे ही देख रहे हैं । यह स्वाभाविक है लोग स्त्रियों को एकबार तो देखते ही हैं । किन्तु बदली के दिमाग पर उस हादसे का असर अभी भी था । स्वागत कक्ष से अभय दो रूमो की चाबी लेकर आगया था .. उसके आगे आगे होटल का कर्मचारी रास्ता दिखाते हुए..आइए सर !तीनों को कर्मचारी उनके रूम दिखाकर आजाता
आपने एक खेल कभी अपने बचपन मे खेला होगा दो दल बच्चो के बनाये जाते है एक दल घोड़ी बन जाता है दूसरे दल वाले उनकी पीठ पर बैठ जाते हैं फिर एक बच्चा पूछता ह...
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