Where were the strengths of others - Film Review book and story is written by Rishi Katiyar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Where were the strengths of others - Film Review is also popular in Film Reviews in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. औरों में कहाँ दम था - फिल्म रिव्यू Rishi Katiyar द्वारा हिंदी फिल्म समीक्षा 8 705 Downloads 2k Views Writen by Rishi Katiyar Category फिल्म समीक्षा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नीरज पाण्डे, नाम सुनते ही स्पेशल 26, special ops, ए वेडनेसडे जैसी फ़िल्में या सीरीज याद आती है। फिर ‘जब औरों में कहाँ दम था’ का ट्रेलर देखा तो लगा कि ऊपर से लव स्टोरी लगने वाली कहानी ग़ज़ब थ्रिलर होगी, ट्विस्ट होंगे। मज़ा आएगा। और क्या ही ट्विस्ट है यार! कृष्णा और वसुधा प्रेमी प्रेमिका हैं। कृष्णा आज साढ़े 22 साल बाद डबल मर्डर केस में जेल से छूट रहा है। पर वह अभी बाहर निकलना नहीं चाहता, जेल में एक को पीट देता है, सोलिटरी कन्फाइनमेंट में भेजा जाता है। जेल में उसके लिए फ़ोन अरेंज होता है, More Likes This Mr. and Mrs Mahi - फिल्म समीक्षा द्वारा S Sinha Jawan द्वारा Nikhil Sharma Oh My God 2 द्वारा Nikhil Sharma Spy द्वारा Nikhil Sharma Bawaal द्वारा Nikhil Sharma Bloody Daddy द्वारा Nikhil Sharma भेड़िया - फ़िल्म समीक्षा द्वारा Jitin Tyagi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी