Periods are a shame, a taboo, a fear…. book and story is written by piku in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Periods are a shame, a taboo, a fear…. is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पीरियड शर्म है, एक टैबू है, डर है.....i pooja द्वारा हिंदी महिला विशेष 432 Downloads 1.1k Views Writen by pooja Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ये 1994 की गर्मियों की बात है। आठवीं की परीक्षाएं खत्म हो चुकी थीं और जून की तपती दोपहरियों में दिन भर सिर्फ खेलने, आम खाने और मौज करने का अनवरत सिलसिला चल रहा था। तभी एक दिन अचानक दोपहर में वो हादसा हुआ। खेल के बीच दौड़कर हाजत निपटाने पहुंची तो देखा कि जांघिया सुर्ख लाल हो रखा है। फ्रॉक में भी खून लग गया था। डर के मारे मेरे पैर वहीं जम गए। मुझे लगा कि मुझे कैंसर जैसी कोई बीमारी हो गई है और अब मैं बस मरने वाली हूं।मां उस वक्त घर पर नहीं थीं। पापा More Likes This जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta दरिंदा - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 6 द्वारा नीतू रिछारिया स्वस्थ, सुंदर, गुणवान, दीर्घायु-दिव्य संतान कैसे प्राप्त करे? - भाग 1 द्वारा Praveen kumrawat इतना तो चलता है - 1 द्वारा Komal Mehta सदाबहार के फूल द्वारा Sharovan जिद्दी मोहब्बत - 1 द्वारा Gumnaam shayar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी