traditions vs science explain? book and story is written by Arya Tiwari in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. traditions vs science explain? is also popular in Philosophy in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. परम्परा या विज्ञान बताओ? Arya Tiwari द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 1 900 Downloads 2.4k Views Writen by Arya Tiwari Category मनोविज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यत भवतः अस्ति, तत् भवताः आगच्छति।।What belongs to you ,comes to you..पूर्ण रुप से विज्ञान पर आधारित हैं - जाने कुछ परम्पराओं के वैज्ञानिक तर्क l*.*1- कान छिदवानें की परम्परा :-**************************भारत में लगभग सभी धर्मों में कान छिदवाने की परम्परा है।*वैज्ञानिक तर्क -*दर्शनशास्त्री मानते हैं कि इससे सोचने की शक्ति बढ़ती है,जबकिडॉक्टरों का मानना है कि इससे बोली अच्छी होती है और कानों से होकर दिमाग तक जाने वाली नस का रक्त संचार नियंत्रित रहता है।*2- माथे पर कुमकुम/तिलक :-*************************महिलाएं एवं पुरुष माथे पर कुमकुम या तिलक लगाते हैं।*वैज्ञानिक तर्क -*आंखों के बीच में माथे तक एक नस जाती है।कुमकुम More Likes This Successful MAD Tips द्वारा Ashish भय - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सबा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil चुप्पियों का कथाकार - अर्नेस्ट हेमिंग्वे द्वारा Dr Jaya Shankar Shukla जागृति आवाहन द्वारा Rudra S. Sharma जीवन कैसे जिएं? - 1 द्वारा Priyanshu Jha VIRUS द्वारा ANKIT YADAV अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी