Jako Rakhe Saiyan Mar Sake Na Koy book and story is written by Rajesh Maheshwari in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jako Rakhe Saiyan Mar Sake Na Koy is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 411 Downloads 1.2k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के समीप पतित पावनी नर्मदा नदी के किनारे मोहनिया नामक गांव में रामदास एवं रामेश्वरदास नाम के दो नजदीकी मित्रों के परिवार रहते थे। गांव की भौगोलिक स्थिति अत्यंत रमणीक थी और गांव के निवासी भी सीधे साधे एवं सरल स्वभाव के थे। वहां प्रतिदिन शाम को एक चैपाल भी लगती थी जिसके माध्यम से आपसी मतभेद आदि दूर किये जाते थे। आज रामदास को अचानक ही जीवन में घटी वह पुरानी घटना याद आ गई जिसने उसके मन, मस्तिष्क को व्यथित कर दिया था। वह सोचने लगा More Likes This कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya द्वारावती - 41 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave तमस ज्योति - 1 द्वारा Dr. Pruthvi Gohel इंद्रप्रस्थ - 2 द्वारा Shakti रेत होते रिश्ते - भाग 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil व्रत - 1 द्वारा Sonali Rawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी