Mahila Purusho me takraav kyo ? - 102 book and story is written by कैप्टन धरणीधर in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mahila Purusho me takraav kyo ? - 102 is also popular in Human Science in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 102
Captain Dharnidhar
द्वारा
हिंदी मानवीय विज्ञान
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विवरण
शान्त बैठी महिला ने आगे कहा ..हम जैनियों में आत्म शुद्धि के लिए संथारा किया जाता है । संसार में रहने से कुछ पाप कलमष आत्मा पर चढ जाते हैं तो उनका निस्तारण संथारा से होजाता है । मनुष्य निष्पाप होकर संसार से जाता है । केतकी ने पूछा ..संथारा के बारे मे मैने सुना है ..संथारा करने वाला अन्न जल का त्याग कर देता है और खुद को एक कमरे में बंद कर लेता है , लेकिन आप तो सफर कर रहे हैं ? महिला के शांत चेहरे पर एक मुस्कान तैर गयी ..वह बोली .. हां ऐसा होता
आपने एक खेल कभी अपने बचपन मे खेला होगा दो दल बच्चो के बनाये जाते है एक दल घोड़ी बन जाता है दूसरे दल वाले उनकी पीठ पर बैठ जाते हैं फिर एक बच्चा पूछता ह...
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