Ishkiya (Pehla Pyar) - 4 book and story is written by Anchal Gupta in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ishkiya (Pehla Pyar) - 4 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. इश्कियां (पहला प्यार) - 4 Anchal Gupta द्वारा हिंदी लघुकथा 2 840 Downloads 1.7k Views Writen by Anchal Gupta Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण राहा की आंखों से टप टप आंसु बहने लगे वो रोते हुए बोली... मैं देख नही सकती इसका मतलब ये तो नही की कोई मेरे साथ ऐसे बर्ताव करेगा मैं भी इंसान हु मुझे भी फील होता है यार मुझे भी हर्ट होता है। राहा तू शांत होजा हां ऐसा नही है... कुछ लोग होते ही ऐसे है जिन्हे किसी की कदर नही होती... संजू राहा को समझते हुए बोली पर उसकी आंखो में गुस्सा साफ नजर आ रहा है। राहा तू रुक मैं अभी आती हु बोलते हुए संजू वहा से निकल जाती है। इसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी Novels इश्कियां (पहला प्यार) मुंबई का एक जाना माना क्लब... illusion में लोगो की भीड़ जमी हुई थी और वो लोग लगातार हूटिंग कर रहे थे। इस वक्त वहा पर सिर्फ कलरफुल लाइट जल रही थी जो मा... More Likes This My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma Mohabbat ya Dhokha - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी