Kalvachi-Pretni Rahashy - S2 - 24 book and story is written by Saroj Verma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kalvachi-Pretni Rahashy - S2 - 24 is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कालवाची-प्रेतनी रहस्य-सीजन-२--भाग(२४) Saroj Verma द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 1 384 Downloads 1.1k Views Writen by Saroj Verma Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब कालबाह्यी अपनी माता कालवाची से विलग हुई तो उससे बोली.... "ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे आपसे मेरा कोई पूर्व सम्बन्ध है,नहीं तो मुझे इतनी शान्ति एवं सन्तुष्टि का अनुभव नहीं होता", "कुछ सम्बन्ध ऐसे होते हैं मनोज्ञा! जो हृदय से जुड़े होते हैं,उन्हें ना तो समय तोड़ सकता है और ना ही विपरीत परिस्थितियाँ",कालवाची बोली... "कदाचित! आपका कथन सत्य है",मनोज्ञा बनी कालबाह्यी बोली.... इसके पश्चात् कालबाह्यी वहाँ से चली गई,कुछ समय तक सभी के मध्य वार्तालाप चलता रहा,इसके पश्चात् जब विराटज्योति वहाँ से चला गया तो तब कालवाची अचलराज और भैरवी से बोली.... "मेरी पुत्री से मेरी भेंट अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी