CHANAKYA AUR CHANDRAGUPTA book and story is written by arvind srivastava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. CHANAKYA AUR CHANDRAGUPTA is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. चाणक्य और चन्द्रगुप्त Arvend Kumar Srivastava द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 2 1.7k Downloads 4.3k Views Writen by Arvend Kumar Srivastava Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण चाणक्य और चन्द्रगुप्त भारत - 362 ईसा पूर्व लगभग प्राचीन मगध राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना - बिहार प्रांत) के मुख्य चौराहे के एक ओर एक ऊंची दुकान के चबूतरे के नीचे बह रही नाली के पास अपने आप को भीड़ से छुपाकर किसी तरह बैठा चौदह वर्ष का बालक चाणक्य, सुबक - सुबक कर इस प्रकार से रो रहा था कि उसकी आवाज बाहर कहीं सुनाई न दे और ठीक चौराहे के बीचों बीच में एक बड़े से बाँस के ऊपर टंगे अपने पिता ’चणक’ के कटे हुए सिर की ओर अपलक देखे जा रहा था, उदास More Likes This ONE SIDED LOVE - 1 द्वारा ekshayra मेरा रक्षक - भाग 1 द्वारा ekshayra अम्मा का मटकी भर सोना और प्लेनचिट - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha न देखा, न सुना - 1 द्वारा Brijmohan sharma दूध का क़र्ज़ - 1 द्वारा S Sinha खेल खेल में - जादूई - भाग 1 द्वारा Kaushik Dave ऑगस्तो पिनोशे उगार्ते - एक तानाशाह की सत्य कथा - भाग 1 द्वारा MaNoJ sAnToKi MaNaS अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी