our relationship was book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. our relationship was is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. रिश्ता तो हमारा था DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी कुछ भी 612 Downloads 2k Views Writen by DINESH KUMAR KEER Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1.प्रेम किसी के होठों को छू लेने से पहले हक़ देता है उसके माथे को चूम लेने का! उसके पैरों को माथे पर लगा लेने का। उसको अपनी बाहों में भरकर सारी दुनिया से महफूज़ कर देने का। दरअसल प्रेम में पड़े इंसान को डरना ही नहीं चाहिए! किसी से भी नही!समय से भी नहीं क्योंकि प्रेम हमें सिखाता है, ऐसे हक़ के पलों में समय को रोक देने की कला ।2.गलती तेरी थी या मेरी क्या फर्क पड़ता है रिश्ता तो हमारा था3.सम्बन्ध भले "वैध" "अवैध" हो सकते हैमगर "प्रेम" नही ... 4.मन चाही चाहत की भी क्या कोई More Likes This बाजार - 1 द्वारा Neeraj Sharma THIEF BECOME A PRESEDENT - PART 2 द्वारा saif Ansari Life - Part 1 द्वारा ᴀʙнιsнᴇκ κᴀsнʏᴀᴘ छत्रपति शिवाजी - भाग 1 द्वारा Shrishti Kelkar कोइयाँ के फूल - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh कारवाॅं - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh Shyari form Guri Baba - 1 द्वारा Guri baba अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी