Sawan Purnima book and story is written by Villain in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sawan Purnima is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सावन पूर्णिमा विधर्मी द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 846 Downloads 2.8k Views Writen by विधर्मी Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सावन का महीना चल रहा था जिसमें बात हरियाली की होती है। सारा जहां हरा हरा दिखता है और अपनी मेहबूब की हाथों में हरी चूड़ियां न हो, माथे पे हरी बिंदिया न हो और बदन में हरी साड़ी न हो तबतक अपना सावन तो फीका ही लगता है। राधा बोली " ओय हीरो सावन आ गया है, क्या दूसरों की हरियाली से ही काम चलाना होगा क्या?" मैं कभी ना कहने वाला, ऐसा कभी होगा। तुरंत बाईक निकली चल दिया मनिहारी दुकान लेकिन वहां जाकर पड़ गया चक्कर में जब दुकानदार ने चूड़ी और बिंदिया का माप पूछ दिया। More Likes This मोहब्बत एक बदला - भाग 1 - 2 द्वारा saif Ansari Love and Cross - 1 द्वारा Saurabh Sangani जिसे समझा मामूली वह निकला करोड़पति - SEASON 1 द्वारा ABHISHEK MUZE जब तू मेरी कहानी बन गई - 1 द्वारा Chaitanya Shelke You Are My Anger Issue - 1 द्वारा Rishika dahiya राहुल - 1 द्वारा Sonu Rj महाशक्ति - 22 द्वारा Mehul Pasaya अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी