If you are there then we are there book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. If you are there then we are there is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तुम हो तो हम है दिनेश कुमार कीर द्वारा हिंदी कुछ भी 141 Downloads 612 Views Writen by दिनेश कुमार कीर Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1.उम्र मुझे यूँ छलती रहीउम्मीदों में ही कटती रहीसुख - दुख की राहों पर, वक्त की धारा बहती रही कभी उठती कभी गिरती, लहरों सी मचलती रहीकुछ पाने की ख्वाहिश में, पलकों में आस पलती रहीस्वार्थ भरी इस दुनिया में, कमी प्यार की खलती रहीकदम कदम पर आई बाधा, समझौतों में ही ढलती रहीअंधकार से भरें दीपक की, बनकर बाती जलती रहीतुफानों में जब निराशा घेरे, आशा के उजाले भरती रहीवक्त का पहिया रहा घूमता, दिल की धड़कन चलती रहीउम्र बस यूँ ही छलती रही,जीवन की शाम ढलती रही2.तेरा मेरा रिश्ता जज्बात से जुड़ा हैये वो संगम हैजो बिन मुलाकात अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी