आँच - 15 - तमन्ना थी आज़ाद वतन हो जाए ! Dr. Suryapal Singh द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें आँच - 15 - तमन्ना थी आज़ाद वतन हो जाए ! Aanch - 15 book and story is written by Jitesh Pandey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Aanch - 15 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आँच - 15 - तमन्ना थी आज़ाद वतन हो जाए ! Dr. Suryapal Singh द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 288 870 अध्याय पन्द्रह तमन्ना थी आज़ाद वतन हो जाए ! लखनऊ से निकल कर बेगम हज़रत महल, मम्मू खाँ, बिर्जीस क़द्र तथा विश्वास पात्र सैनिकों के साथ आकर बौंड़ी में मुकीम हुईं। राजा हरदत्त सिंह ने उनका स्वागत किया और ...और पढ़ेकी व्यवस्था की। राजा बौंड़ी की सेना में ऊँट सवार और सत्रह तोपें भी थीं जिनमें तेरह किले के बाहर लगी थीं। बेगम ने यहीं से विद्रोहियों का नेतृत्व किया। उन्होंने अपने विश्वस्त राजाओं को बौंड़ी बुलाकर परामर्श किया। राजा हरदत्त ने चहलारी नरेश बलभद्र की प्रशंसा कर विद्रोही सेना की कमान उसे सौंपने की बात की। बेगम प्रभावित हुईं। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें आँच - 15 - तमन्ना थी आज़ाद वतन हो जाए ! आँच - उपन्यास Dr. Suryapal Singh द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी (23) 8.7k 21.6k Free Novels by Dr. Suryapal Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी