Asamartho ka bal Samarth Rmadas - 24 book and story is written by Sadhavi Sonarkar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Asamartho ka bal Samarth Rmadas - 24 is also popular in Biography in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 24
ՏᎪᎠᎻᎪᏙᏆ ՏOΝᎪᎡᏦᎪᎡ ⸙
द्वारा
हिंदी जीवनी
1.2k Downloads
3.4k Views
विवरण
शिष्यलक्षण और गुरुलक्षण सारगुरु चाहे कितने भी ज्ञानी हों लेकिन शिष्य की अगर ज्ञान ग्रहण करने की, ज्ञान को सँभालने की पात्रता नहीं है तो उस शिष्य को ज्ञान का कोई लाभ नहीं होगा। गुरु का ज्ञान बीज होता है, जिसे शिष्य अपनी साधना से सींचता है और उसके जीवन में आत्मबोध का वृक्ष फलता है। लेकिन जिस भूमि (शिष्य) में यह बीज बोया जा रहा है, वह भूमि किस गुणवत्ता की होनी चाहिए, इस पर समर्थ रामदास ने ‘शिष्यलक्षण’ समास में मार्गदर्शन दिया है। बेहतरीन गुणवत्ता का बीज बोया गया लेकिन उस बीज की सिंचाई ही नहीं हुई तो
युगों-युगों से पृथ्वी पर महापुरुषों का आगमन होता आया है। उनके द्वारा ज्ञान, ध्यान, निःस्वार्थ प्रेम और भक्ति से वर्तमान समाज की पात्रता बढ़ाने का कार्य...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी