Drashtikon - 2 book and story is written by Radha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Drashtikon - 2 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दृष्टिकोण - 2 Radha द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 1.4k Downloads 3.2k Views Writen by Radha Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अगले दिन सुबहश्वेता और काव्या सो रहे थे तभी काव्या को उसकी मां की आवाज आती है - काव्या बेटा उठो, सुबह हो गई है ।काव्या अपनी आंखे खोलती है वो अपने कमरे मे सोई हुई थी एक छोटी सी मुस्कान के साथ उठ खड़ी होती हैं और पास ही सो रही श्वेता को कंबल ओढ़ा कर कमरे से मां मां करते हुए बाहर निकल जाती हैं कुछ देर बाद श्वेता उठती हैं और अपने पास सो रही काव्या को ढूंढने लगती हैं लेकिन वहां कोई नहीं था श्वेता इधर उधर देखती है उसे कोई नहीं दिखता है श्वेता उठ Novels दृष्टिकोण. रात की चांदनी रात में श्वेता अपनी नम आंखों से चांद को देख रही थी मन भरा हुआ था और खिड़की के पास रखी हुई स्टडी टेबल पर बैठी हुई थी जिस पर लैंप रखा हुआ... More Likes This सुहागरात वेबसीरीज - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi रानी कुंद्रा - 1 द्वारा Vishal Varshney Game of Love - 1 द्वारा PD प्रेम कहानियां.... द्वारा Manshi K चाहत द्वारा Bindu पहली मुलाकात - एक प्रेम कहानी - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi श्रीji - अनचाहा विवाह बंधन - 1 द्वारा Bhumi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी