Baliputra Angad book and story is written by Renuka Dubey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Baliputra Angad is also popular in Biography in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बालिपुत्र अंगद Renu द्वारा हिंदी जीवनी 843 Downloads 2.4k Views Writen by Renu Category जीवनी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वनवासके समय भगवती जानकीका अन्वेषण करते हुए मर्यादापुरुषोत्तम ऋष्यमूकपर पहुँचे। वहाँ उन्होंने सुग्रीव से मित्रता की। सुग्रीव का पक्ष लेकर उन्होंने वानरराज बालि को मारा। मरते समय बालि ने अपने पुत्र अंगदको उन सर्वेश्वरके चरणोंमें अर्पित किया। बालि ने कहा:यह तनय मम सम बिनय बल कल्यानप्रद प्रभु लीजिए। गहि बाँह सुर नर नाह आपन दास अंगद कीजिए। –(रा०च०मा० ४।१०। २ छं० )प्रभुने अंगद को स्वीकार किया। सुग्रीव को किष्किन्धा का राज्य मिला, किंतु युवराजपद बालिकुमार अंगदजी का ही रहा। अंगदने भगवान्की इस कृपा को हृदय से ग्रहण किया। श्रीसीताजी को ढूँढ़ते हुए जब वानर-वीरों का दल दक्षिण समुद्रतटपर पहुँचा और More Likes This छह बिंदियाँ - 1 द्वारा अजय भारद्वाज डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम भाग - 1 द्वारा अजय भारद्वाज भक्त श्री शोभा द्वारा Renu यादों की अशर्फियाँ - पूर्वभूमिका द्वारा Urvi Vaghela गोमती, तुम बहती रहना - 1 द्वारा Prafulla Kumar Tripathi महावीर लचित बड़फूकन - प्रकाशकीय द्वारा Mohan Dhama मेरे माथे का चंदन द्वारा Prafulla Kumar Tripathi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी