Aehivaat - 5 book and story is written by नंदलाल मणि त्रिपाठी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Aehivaat - 5 is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
एहिवात - भाग 5
नंदलाल मणि त्रिपाठी
द्वारा
हिंदी महिला विशेष
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विवरण
माई तीखा ने बेटी सौभाग्य के मन में करुणा भाव को महसूस कर बहुत गर्व से बोली शाबाश बेटी केहू के दुःख पीढ़ा कि खातिर कूछो कर सको तो जरूर करो ऐसे अपने बन देवता प्रसन्न होहिए और बरक्कत होई ।सौभाग्य माई तीखा कि बाते सुनकर बोली माई तोरे सिखावल है जेके कारण शेर के बच्चा के ले आए ई जानत है माई कि ई जब बलवान होई तब कबों घात कर देई ई ठहरल जंगल के राजा लेकिन ई समय एकर हालत बहुत खराब बा एके जीआवे के बा सौभाग्य ने शेर के बच्चे को जो सिर्फ सांस ही
जीवन बड़ा कठिन है एक एक सांस के लिए संघर्ष कभी जंगली जानवरों का भय कभी मौसम कि मार कभी कुदरत का कहर कभी भूख भय पल प्रहर हांफती कांपती जिंदगी माई तू तो...
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