Hemchandra 'Vikramaditya' book and story is written by Mohan Dhama in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hemchandra 'Vikramaditya' is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हेमचंद्र ‘विक्रमादित्य’ Mohan Dhama द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 2.1k 2.5k Downloads 5.6k Views Writen by Mohan Dhama Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वैश्य हेमचंद्र विक्रमादित्य का जन्म आश्विन शुक्ल 10 विजयादशमी संवत् 1558, अर्थात् 1501 ई. को राजस्थान के अलवर जिले के मछेरी (देवली-सजरी) नामक गाँव में राय पूरनदास के यहाँ हुआ था। राय पूरनदास जाति के धूसर वैश्य थे और धर्म-कर्म में उनकी बड़ी आस्था थी। बाद में वे मछेरी छोड़कर मेवात (वर्तमान में हरियाणा) के रेवाड़ी कस्बे के पार्श्व में बसे कुतुबपुर (अब हेमू नगर) में आ बसे । हेमचंद्र को हेमू के नाम से संबोधित किया जाता है। युवावस्था में हेमू भी अपने पिता की भाँति व्यवसाय करने लगे, उन्हें शेरशाह सूरी की सेना को खाद्यान्न व उसकी तोपों More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी