Maharishi Valmiki book and story is written by Renuka Dubey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Maharishi Valmiki is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
महर्षि वाल्मीकि
Renu
द्वारा
हिंदी प्रेरक कथा
Five Stars
1.5k Downloads
3.9k Views
विवरण
प्रियादासजी नाभा जी के हार्दिक भाव को व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अहो! यदि मुझे बार-बार जन्म लेकर संसार में आना पड़े तो इसकी मुझे कुछ भी चिन्ता नहीं है, क्योंकि इससे बड़ा भारी लाभ होगा कि सन्तों के चरणकमलों की रज सिर पर धारण करने का शुभ अवसर मिलेगा। प्राचीनबर्हि आदि भक्तों की कथाएँ पुराण-इतिहास में वर्णित हैं, परंतु महर्षि वाल्मीकि और श्वपचभक्त वाल्मीकि-इन दोनों की कथा को चित्त से कभी दूर नहीं करना चाहिये। महर्षि वाल्मीकि पहले भीलों का साथ पाकर भीलों का-सा आचरण करने वाले हो गये। फिर ऋषियों का संग पाकर ऋषि हो गये। उन्हें
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी