Wo Maya he - 84 book and story is written by Ashish Kumar Trivedi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Wo Maya he - 84 is also popular in Adventure Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
वो माया है.... - 84
Ashish Kumar Trivedi
द्वारा
हिंदी रोमांचक कहानियाँ
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विवरण
(84) दिशा दिल्ली वापस आ गई थी। शांतनु की कोशिश से उसके और मनीषा के बीच जो मतभेद था वह खत्म हो गया था। मनीषा को दिशा का नज़रिया समझ आ गया था। दिशा भी समझ गई थी कि उसकी मम्मी ने जो कुछ किया था वह उसके बारे में सोचकर किया था। गाज़ियाबाद से चलते समय दिशा ने अपनी मम्मी को समझाया था कि वह उसे लेकर परेशान ना हों। उसे बस कुछ समय चाहिए। उसके बाद वह वही करेगी जो वह चाहती हैं। मनीषा ने भी उससे कहा था कि अपनी ज़िंदगी का फैसला वह अच्छी तरह से
बद्रीनाथ सिन्हा के घर के बाहर ढोल वाले खड़े थे। बद्रीनाथ के छोटे बेटे पुष्कर की बारात बहू को विदा कराकर आने वाली थी। बहुत सालों बाद बद्रीनाथ के परिवार...
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