स्कूल गर्ल Wajid Husain द्वारा क्लासिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें क्लासिक कहानियां किताबें स्कूल गर्ल स्कूल गर्ल Wajid Husain द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 984 2.2k वाजिद हुसैन की कहानी- मार्मिक वह स्कूल जाने के लिए फार्म हाउस के बाहर निकली तो अपने दोस्त को ढोर-डंगर चराते देख विचलित हो गई। पूछा, 'स्कूल नहीं जाएगा?' बलवीर ने गमगीन लहजे में कहा, 'पढ़ाई छोड़ दी। ... ...और पढ़े... 'पापा को सांप ने डस लिया, ढोर-डंगर चराकर गुज़र करता हूं।' ...उसके दादा सतनाम सिंह ने पूछा, 'पुत्तर, रामस्वरूप का मुंडा है?'... 'हां।' ... फिर हमदर्दी के लहजे में कहा, 'मां को लेकर आ जाना, पेंशन बनवा दूंगा। ... बलवीर यादों में खो गया। वह उसके साथ सरकारी स्कूल में पढ़ा है और लुकाछिपी खेला है। वह अमीर बच्चों कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें स्कूल गर्ल अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Wajid Husain फॉलो