कलवाची--प्रेतनी रहस्य - भाग(४४) Saroj Verma द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

कलवाची--प्रेतनी रहस्य - भाग(४४)

Saroj Verma मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी डरावनी कहानी

उधर कर्बला सेनापति बालभद्र के संग राजनर्तकी के पास चली गई और इधर महाराज गिरिराज ने वैशाली से अपने बिछौने पर बैठने के लिए संकेत करते हुए कहा... "यहाँ बैठो प्रिऐ !" और वैशाली महाराज गिरीराज से कुछ दूरी ...और पढ़े


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