शैलेन्द्र बुधौलिया की कवितायेँ - 4 शैलेंद्र् बुधौलिया द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Shailendr Budhouliya ki Kavitayen द्वारा  शैलेंद्र् बुधौलिया in Hindi Novels
।।। एकांत ।।।

................


सब ने देखा फूल सा खिलता सदा जिसका बदन ।

कोई क्या जाने कि वह कैसे जिया एकांत में ।।



जिन लवों की बा...

अन्य रसप्रद विकल्प