Ulte Pair - 5 book and story is written by Tarkeshwer Kumar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ulte Pair - 5 is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. उल्टे पैर - 5 Tarkeshwer Kumar द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 3 2k Downloads 5.3k Views Writen by Tarkeshwer Kumar Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मशाल धीरे धीरे बुझती जा रही थी और वो शख्स नींद के अघोष में धीरे धीरे को रहा था। उतने में बुजुर्ग चिल्लाए के सोना नहीं तेरे पीछे परछाई हैं।मशाल बूझते ही तुझे कहीं दूर लेके चली जाएगी। उस शख्स ने संभाला खुद को और सब एक दूसरे का हाथ पकड़ के चलने लगे। वो बीच जंगल में पहुंच चुके थे और उनकी नजर पड़ी सामने एक पुराने से टूटे महल में। और वहां से साफ देखा जा सकता था की चुड़ेल हाथ से इशारा कर के इन्हें बुला रहीं हैं।पर नाना जी के हाथ में पवित्र पानी देख के Novels उल्टे पैर यह कहानी मेरी कल्पना हैं और काल्पनिक हैं पूरी तरह से। इसका किसी सच्चाई से कोई वास्ता नहीं। बचपन में अक्सर हम जिद्द करते थे की हमें कहानियां सुनाइए... More Likes This अनदेखा प्यार - Season 1 द्वारा Jaydeep DAS खौफनाक हकीकत द्वारा Raj द अल्टरनेट डाइमेंशन - 1 द्वारा Vaibhav Surolia अनंता - पार्ट 1 द्वारा zarna parmar महल का गुप्त रहस्य द्वारा Abhishek Chaturvedi मृत्युलोक की क़िताब - 1 द्वारा Abhishek Chaturvedi कामुक प्रेतनी - (ट्रेलर+प्रोमो) द्वारा सोनू समाधिया रसिक अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी