Kashi Bai and Sheela book and story is written by Wajid Husain in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kashi Bai and Sheela is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. काशी बाई और शीला Wajid Husain द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 1.5k Downloads 3.5k Views Writen by Wajid Husain Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण क़ाज़ी वाजिद की कहानी - प्रेरक कथा मेरे पिता तो अधिकतर घर पर रहते ही नहीं थे। घर आते थे, तो अपशब्द बकते हुए या बड़बड़ाते हुए, कभी हंसते हुए। हर व्यक्ति पर भरोसा कर लेते थे और हर एक से धोखा खाते थे। ...और मां! वो तो घर के आंगन तक पैर न रखती थी, जब तक कि बिल्कुल ज़रूरी नहीं हो जाता था। केवल मैं घर से बाहर निकलता था- स्कूल के लिए और दुकान की ओर दूध के लिए। हम लोग निर्धन थे...खानदानी लोगों का गरीब हो जाने से बढ़कर बोझ है कोई? एक छोटे से गांव More Likes This गांव का उजाला - 1 द्वारा simran bhargav साक्षात्कार -पीयूष गोयल द्वारा Piyush Goel 110 विचार जो आपकी जिंदगी…. द्वारा Piyush Goel જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 11 - 12 द्वारा Harshad Kanaiyalal Ashodiya गिरोह द्वारा Anand Tripathi एक अंजानी दोस्ती - पार्ट 1 द्वारा krick प्यारा सा बगीचा द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी