कलवाची--प्रेतनी रहस्य - भाग(२०) Saroj Verma द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

कलवाची--प्रेतनी रहस्य - भाग(२०)

Saroj Verma मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी डरावनी कहानी

कालवाची की बात सुनकर कौत्रेय बोला... "कालवाची!इतनी उदास मत हो,कदाचित यही तुम्हारा भाग्य और समय की नियति है,मैं तो स्वयं एक कठफोड़वा था,किन्तु तुम्हारे कारण मैं ये मानव रूप लेकर तुमसे वार्तालाप कर पा रहा हूँ,सभी को यहाँ सबकुछ ...और पढ़े


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