वीर सावरकर - 5 - इंगलैण्डआन्दोलन Veer Savarkar द्वारा जीवनी में हिंदी पीडीएफ

Veer Savarkar द्वारा  Veer Savarkar in Hindi Novels
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
— श्रीमद्भगवद्गीता

संसार में दो प्रकार के पुरुष होते हैं। एक तो व...

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