Teri Chahat Main - 44 book and story is written by Devika Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Teri Chahat Main - 44 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तेरी चाहत मैं - 44 Devika Singh द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 2 1.9k Downloads 3.5k Views Writen by Devika Singh Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "कहा से आ रही हो रिया इतनी रत को! वक्त देखा है आपने। आज आप ऑफिस में भी नही थी। कहा मसरूफ हैं की आप को वक्त का भी ख्याल नहीं हैं! " मुकेश रॉय ने रिया को टोका जो काफी देर से घर मे दखिल हो रही थी। "ओह .. पापा आप जानते है की अगले हफ़्ते हमारा बर्थडे है। बस हम उसके लिए शॉपिंग कर रहे थे। हम आपकेवाय भी काभी कुछ लाए है। और पापा विक्रम था हमारे साथ तो , फिक्र कैसी? " रिया ने सामान रखते हुऐ ख़ुशी - ख़ुशी जवाब दीया।""तुम्को पता है ना Novels तेरी चाहत मैं “अपने आप को समझते क्या हो तुम. कितनी देर से हुमारे पीछे पीछे चले आ रहे हो. ज़यादा दिमाग़ खराब हो तो बताओ ? बुलाती हूँ अभी प्रिन्सिपल को.” बड़े ही गुस्... More Likes This सनातन - 1 द्वारा अशोक असफल Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी