विरासत - भाग 4 Neelam Kulshreshtha द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें विरासत - भाग 4 Virasat - 4 book and story is written by Neelam Kulshreshtha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Virasat - 4 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. विरासत - भाग 4 Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी लघुकथा 1.4k 3.7k 1 - ज़िम्मेदारी [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] ससुर व पति की कड़ी हिदायत है, घर की देहर लाँघकर घर की स्त्रियाँ बाहर कमाने नहीं जायेंगी। वह पिंजड़े में बंद मैना-सी घर में फड़फड़ाती है, छटपटाती है, क्यों कि उसने ...और पढ़ेपदक लेने के लिये इतनी कड़ी मेहनत की थी? घर तो वैसे भी साफ़ रख सकती थी, खाना तो बिना पढ़े वैसे भी बना सकती थी । वह मेरे पास आकर अपना गुस्सा निकालती है, “आप देखना, मैं अपनी बेटी को इतना महत्त्वाकांक्षी बनाऊँगी । कैरियरिस्ट बनाऊँगी। जिससे उसकी ज़िन्दगी रोटी के घेरे में ही गोल-गोल घूमती न रह जाये। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विरासत - भाग 4 विरासत - उपन्यास Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी लघुकथा 7.5k 19.5k Free Novels by Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी