tum aaoge na book and story is written by Sandip Tomar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. tum aaoge na is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तुम आओगे न Sandeep Tomar द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 1 1.6k Downloads 4.5k Views Writen by Sandeep Tomar Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण तुम आओगे न वह जानती है वह सब प्रेम तो कतई नहीं था, लेकिन वह प्रेम से इतर उस सबमें कुछ और चाह कर भी तलाश नहीं पाती। उसका आलिंगन करना, कीमती उपहार लाकर देना, लुभावन बातें करना और बात-बात में सखी-ओ-सखी कहना, कितना शातिर लगता था उसका हर व्यवहार, एकदम बनावटी व्यक्ति, कितने उपक्रम करता था वह मेरा प्रेम पाने के लिए, कितने पुख्ता तरीके से जताता था- ‘सुजाता तुमसे बेइंतहा मोहब्बत है।‘ सुजाता ने अपना बासठवा साल पूरा किया है। वह, यानी राजशेखर उससे पूरे आठ साल बड़ा था। “अरे, आज चौबीस अक्तूबर है यानी राज More Likes This मत्स्य कन्या - 9 द्वारा Pooja Singh अतीत का साया - 1 द्वारा Kishanlal Sharma Rebirth of my Innocent Wife - 1 द्वारा Rani prajapati Reborn Agent Queen ka - 4 द्वारा Dark Queen डोनर गर्ल - 1 द्वारा S Sinha यह मैं कर लूँगी - भाग 1 द्वारा अशोक असफल बन्धन प्यार का - 34 द्वारा Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी