अनोखा प्रस्ताव - 2 (अंतिम) Kishanlal Sharma द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

अनोखा प्रस्ताव - 2 (अंतिम)

Kishanlal Sharma मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां

शेखर के उतेजित होने पर भी वर्षा ने उसकी बात का जवाब शांत स्वर में दिया था"क्या कह रही हो डार्लिंग?"गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए वर्षा की तरफ खिसकते हुए प्यार से बोला।"सच कह रही हूँ।तुम अपनी कमी ...और पढ़े


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