महादेव... मेरी नजर से - 4 Jaimini Brahmbhatt द्वारा पौराणिक कथा में हिंदी पीडीएफ

Mahadev.... Meri Nazar se द्वारा  Jaimini Brahmbhatt in Hindi Novels
"आदि है वो अंत है,आकार नहीं साक्षात्कार है वो, निराकार निर्विकार ओमकार है,वो अंत है अनादि है, जगतपिता जगत व्यापी है, जो हर कन मे बसे है हर मन मे ब...

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