Pehchan - 23 book and story is written by Preeti Pragnaya Swain in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pehchan - 23 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पेहचान - 23 - इतनी भी क्या जल्दी है मरने का! Preeti Pragnaya Swain द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 3 1.5k Downloads 3k Views Writen by Preeti Pragnaya Swain Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अभिमन्यु दौड़ते हुए नीचे आने लगा, पर उसकी बुरी किस्मत उसका पैर थोड़ा सा मुड़ गया जिसके चलते वो सीढ़ियों से फिसलते हुए नीचे जा गिरा ....पीहू हस्ते हुए बोली अरे .... क्या तुम भी न , इतनी भी क्या जल्दी है मरने का ?अभिमन्यु उठा और खुदको सही करते हुए बोला shut up पहले तुम बताओ तुम ये क्या कर रही हो ?पीहू बोली तुम्हे दिखाई नहीं दे रहा क्या? या गिरने के वजह से आखों की रोशनी चली गई है ? अभिमन्यु बोला चुप, मुझे साफ साफ दिखाई दे रहा है मैं बस इतना पूछ रहा हूं तुमने अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी