मैरीड या अनमैरिड (अंतिम भाग) Vaidehi Vaishnav द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Married or Unmarried द्वारा  Vaidehi Vaishnav in Hindi Novels
दफ्तर की खिड़की से झाँकता हुआ सूरज ठीक मेरे सामने कुछ इस तरह आ गया मानों कह रहा हो अलविदा ! कल फिर आऊँगा । मैं टकटकी लगाए हुए डूबते सूरज को देखती रहीं...

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