नाजायज रिश्ते का अंजाम--पार्ट 4 Kishanlal Sharma द्वारा रोमांचक कहानियाँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें रोमांचक कहानियाँ किताबें नाजायज रिश्ते का अंजाम--पार्ट 4 नाजायज रिश्ते का अंजाम--पार्ट 4 Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी रोमांचक कहानियाँ 1.6k 2.5k समय बीतने पर राजेन्द्र माया के साथ छेड़छाड़ भी करने लगा कभी वह माया के नितम्बो को सहला देता।कभी उसके गुलाबी होठो को चूम लेता।कभी माया को बांहों में लेकर गोद मे उठा लेता।माया ने राजेन्द्र की हरकतों का ...और पढ़ेनही कियाएक दिन माया के दोनों बच्चे स्कूल की तरफ से पिकनिक पर गए थे।पति सुबह का गया रात को ही लौटता था।उस दिन राजेन्द्र की कम्पनी की भी छुट्टी थी।वह माया से बोला,"पिक्चर देखने चलते है।""क्या करेंगे?"माया बोली,"घर मे ही बातें करेंगे।'"बहुत दिन हो गए कोई मूवी नही देखी।"राजेन्द्र के जोर देने पर वह उसके साथ जाने के लिए कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नाजायज रिश्ते का अंजाम--पार्ट 4 नाजायज रिश्ते का अंजाम - उपन्यास Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी - रोमांचक कहानियाँ (23) 10.5k 18.8k Free Novels by Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Kishanlal Sharma फॉलो