श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद - भाग 1 JUGAL KISHORE SHARMA द्वारा मनोविज्ञान में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें मनोविज्ञान किताबें श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद - भाग 1 श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद - भाग 1 JUGAL KISHORE SHARMA द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 2.1k 5k अष्टावक्र गीता अद्वैत वेदान्त का ग्रन्थ है जो ऋषि अष्टावक्र और राजा जनक के संवाद के रूप में है। भगवद्गीता, उपनिषद और ब्रह्मसूत्र के सामान अष्टावक्र गीता अमूल्य ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में ज्ञान, वैराग्य, मुक्ति और समाधिस्थ योगी ...और पढ़ेदशा का सविस्तार वर्णन है। ****** श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद ॥ श्रीः ॥ अथ: कथं ज्ञानमवाप्नोति कथं मुक्तिर्भविष्यति ।वैराग्यं च कथं प्राप्तमेतद्ब्रूहि मम प्रभो॥१॥ ** हे प्रभो ! (पुरुषः ) ज्ञानम् कथम् अवाप्नोति । (पुंसः) मुक्तिः कथम् भविष्यति । ( पुंसः) वैराग्यम् च कथम् प्राप्तम् ( भवति ) एतत् मम ब्रूहि ॥१॥ Old king Janak asks the young Ashtavakra कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद - भाग 1 श्रीमत् अष्टावक्रगीता का हिन्दी अनुवाद - उपन्यास JUGAL KISHORE SHARMA द्वारा हिंदी - मनोविज्ञान 3.2k 7.8k Free Novels by JUGAL KISHORE SHARMA अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी JUGAL KISHORE SHARMA फॉलो