Zindagi - 5 book and story is written by Mehul Pasaya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Zindagi - 5 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
ज़िन्दगी - 5
Mehul Pasaya
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
Four Stars
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विवरण
वीरेन वहा देखो वो रही छोटी उन लोगो ने पकड़ कर रखा है. चलो जल्दी वरना वो लोग कुच भी कर सकते है.अरे हा परि मुझे भी दिख रहा है. तुम ऐसे आवाज मत करो उनको पता लग जायेगा. धीरे धीरे चलो ताकी उन लोगो को पता ना लगे.हा और छोटे तुम हमारे पास आओ ठीक है. उधर इधर मत जाना. वरना पता चल जायेगा. उन गुंडो को.कुच देर बाद. . .अरे भाई पकड़ ना क्या कर रहा है. एक छोटी बच्ची तुम से नही संभल रही है. क्या यार हद है मतलब.एक बार मेरा हाथ खोल कर तो देखो
नमश्ते दोस्तो तो मे लेकर आया हू एक नय पेश कश और उमीद है सब अच्छे ही होंगे तो चलो शुरुआत करते है
/वाघेला परिवार मे आपका स्वागत है/...
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