Tere Ishq Me - 8 book and story is written by Priyanka Taank Bhati in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tere Ishq Me - 8 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तेरे इश्क में. - भाग 8 Priyanka Taank Bhati द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 3 2.3k Downloads 4.2k Views Writen by Priyanka Taank Bhati Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण घर पहुंचने के बाद रूही ने डिनर किया, डिनर टेबल पर ही रूही की मॉम ने रूही से कहा- रूही बेटा तू डिनर खत्म कर के तेरे ड्रेस के डिजाइंस देख ले.जवाब में रूही ने सिर्फ अपना सिर हिलाया और अपने फोन पर एक नजर मारी, राहिल का अब तक कोई मैसेज या मिस कॉल नही था, रूही का मन अब और ज्यादa उदास हो गया था, वह खाना खाते टाइम भी बार बार अपने फोन को चेक कर रही थी.सोनल उसकी सारी हरकतों को देख रही थी और समझ चुकी थी की शायद रूही राहिल के ही कॉल का Novels तेरे इश्क में. रूही अपने कमरे में अकेली बैठी अपने पास ही रखे शादी के लाल जोड़े को देख रही थी, और मन ही मन सोच रही थी, कि जब वह राहिल से शादी कर के अपने ससुराल चली जा... More Likes This My Passionate Hubby - 1 द्वारा Asha Sahu किरन - 2 द्वारा Veena नागिन और रहस्यमयि दुनिया - 1 द्वारा Neha Hudda प्यार बेशुमार - भाग 6 द्वारा Aarushi Thakur नागेंद्र - भाग 1 द्वारा anita bashal दिवाकर : दी फादर - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz एमी - भाग 1 द्वारा Pradeep Shrivastava अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी