Peshi number 68 - 2 book and story is written by Laxman gour Gour in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Peshi number 68 - 2 is also popular in Thriller in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
पेशी नम्बर 68 - 2
Laxman gour Gour द्वारा हिंदी थ्रिलर
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विवरण
- यह लड़ाई केवल एक हरदेव सिंह की नहीं है,न जाने कितने ईमानदार हरदेव सिंह बेईमान और भ्रष्टाचारों की बलि का बकरा बन जाते हैं। मैं उन सभी ईमानदार ऑफिसर की तरफ से....... " अचानक से यशोदा अपनी कुर्सी से खड़ी होती है।पूरा खड़ा होने से पहले ही लड़खड़ा जाति है।और उसका एक हाथ हर्षवर्धन बाबू के सामने रखे पानी के गिलास से टकराता है। गिलास नीचे गिरता है। आधा पानी वकील बाबू की गोद में और आधा फर्श पर बिखर जाता है कांच का गिलास भी टूट कर बिखर जाता है। जितने भी व्यक्ति ऑफिस में मौजूद होते हैं।
सिगरेट के एक कश के ऊपर दूसरा कश लेता हुआ, चरित्र का इतना कच्चा की कोई भी लड़की या औरत सुंदर हो या फिर दिखने में ठीक-ठाक उसे अपनी वासना बुझाने के लिए को...
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