Regards to elders and love to youngers book and story is written by r k lal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Regards to elders and love to youngers is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार r k lal द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 2k 2.2k Downloads 8.1k Views Writen by r k lal Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बड़ों को चरण स्पर्श और छोटों को प्यार आर0 के0 लाल आज रमेश के कॉलेज का वार्षिकोत्सव था पूरा ऑडिटोरियम खचाखच भरा हुआ था उसमें स्टूडेंट्स के साथ उनके पेरेंट्स ग्रैंडपेरेंट्स भी उपस्थित थे। मंच का संचालन स्वयं रमेश कर रहा था।रमेश ने कहा आज हमारे बड़े-बूढे और युवा-पीढ़ियों के बीच जेनरेशन गैप बहुत बढता जा रहा है जिसका कुप्रभाव पूरे समाज पर पड़ रहा है। आप तो जान ही रहें हैं कि अब मैं बच्चा नहीं हूँ, कॉलेज के फाइनल ईयर में पहुंच गया हूँ, मगर मेरे घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर हमें खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। कहते रहते हैं More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी