तल-घर Deepak sharma द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें तल-घर तल-घर Deepak sharma द्वारा हिंदी लघुकथा 324 828 ’’पुत्तू को लौटाना पड़ेगा,’’ उस दोपहर डॉ. बृजलाल बिस्तर पर ऊँघने जा रहे थे जब उनकी पत्नी, कमला, न आन घोषणा की, ’’उसके हाथ में आज सुबह मैंने अपनी अलमारी की चाभी देखी....’’ उसने पति को बताया नहीं, उसने ...और पढ़ेको अलमारी की तिजोरी में रखी अपनी डायरी के साथ उसे रँगे हाथों पकड़ा था । पति से ज्यादा बात करने में उसे संकोच रहता । ’’चाभी सँभालने की जिम्मेदारी किसकी है?’’ डॉ. बृजलाल ले पत्नी को घेरा । ’’जिम्मेदारी तो मेरी ही है,’’ कमला ने तुरंत अपना दोष स्वीकार कर लिया । हमेशा की तरह । ’’फिर उसके हाथ कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें तल-घर अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Deepak sharma फॉलो