फंस गया गुलशान - 3 BRIJESH PREM GOPINATH द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें फंस गया गुलशान - 3 PHANS GAYA GULSHAN - 3 book and story is written by BRIJESH 'PREM' GOPINATH in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. PHANS GAYA GULSHAN - 3 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. फंस गया गुलशान - 3 BRIJESH PREM GOPINATH द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 984 2.4k श्री गणेश आय नम: Recap: पिछले अंक में आपने पढ़ा गुलशन को दिल्ली से नौकरी का कॉल आता है, वो बहुत खुश है लेकिन उसकी प्रेमिका के घरवाले उसकी शादी कहीं और तय कर रहे हैं. गुलशन किसी तरह ...और पढ़ेसमय बिताने के लिए कहता है, नौकरी करते ही शादी करने की बात कहता है, दोनों पार्क में मिलकर सारी बातें करते हैं...अब आगे रात करीब एक बजे का वक्त था...पूरा गांव नींद में डूबा था, कभी कभी किसी कुत्ते के भोंकने से शांति भंग हो जाती, ठंड भी आज बढ़ गई थी...रजाई ओढ़ कर गुलशन मोबाइल पर सोनी से कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें फंस गया गुलशान - 3 फंस गया गुलशन - उपन्यास BRIJESH PREM GOPINATH द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 4k 12.5k Free Novels by BRIJESH PREM GOPINATH अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी