वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) Saroj Verma द्वारा क्लासिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें क्लासिक कहानियां किताबें वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) Saroj Verma द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां (11) 840 1.8k जब रामजस चुप हो गया तो कुशमा ने उससे कहा... तुम चुप क्यों हो गए? जी! आपने ही तो चुप रहने को कहा मुझसे,रामजस बोला।। अच्छा वो सब छोड़ो पहले ये बताओ तुमने अपनी दवा खाई,कुशमा ने पूछा।। जी! ...और पढ़ेखाना खाकर बाहर ही आकर बैठ गया,रामजस बोला।। समय से दवा नहीं खाओगे तो ठीक कैसें होगें,कुशमा बोली।। भीतर जाते ही खा लेता हूँ,रामजस बोला।। मेरे बरतन धुल गए हैं ,मैं इन्हें रखने जा रही हूँ साथ में तुम्हारी दवा भी लेती आऊँगीं भीतर से और फिर कुशमा बरतन की डलिया उठाकर भीतर चली गई और रामजस की दवा और कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें वेश्या का भाई - (अन्तिम भाग) वेश्या का भाई - उपन्यास Saroj Verma द्वारा हिंदी - क्लासिक कहानियां (152) 22.8k 44.2k Free Novels by Saroj Verma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Saroj Verma फॉलो