अनसुलझा प्रश्न (भाग 10) किशनलाल शर्मा द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें अनसुलझा प्रश्न (भाग 10) अनसुलझा प्रश्न (भाग 10) किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी लघुकथा 279 849 30--चेतावनी"आज फिर पीकर आये हो?"पति को लड़खड़ाते देखकर कमला बोली थी।"हां,"दीना बोला,"तू कौन है मुझे रोकने वाली?""तेरी जोरू,"कमला बोली,"घर खर्च को देने के लिए तो तुम्हारे पास पैसे नही होते।लेकिन दारू पीने के लिए रोज पैसे आ जाते है।"इसी ...और पढ़ेपर पति पत्नी में तू तू मैमै होने लगी।बहस में जब दीना पत्नी से नही जीता तो पत्नी पर हाथ उठाते हुए बोला,"साली जुबान चलाती है।ऐसे नही मानेगी।""मैने बहुत मार सह ली लेकिन अब नही,"कमला पति का हाथ पकड़ते हुए बोली,"आज हाथ ही पकड़ा है।आगे अगर यह गलती की तो--रोज उसके हाथों पिटने वाली पत्नी का अप्रत्याशित वयवहार देखकर दीना कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अनसुलझा प्रश्न (भाग 10) अनसुलझा प्रश्न - उपन्यास किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी - लघुकथा (14) 9.7k 25.6k Free Novels by किशनलाल शर्मा अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी किशनलाल शर्मा फॉलो