वकालतः Hostility Pays Not Ashok Kalra द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें वकालतः Hostility Pays Not Hostility Pays Not book and story is written by Ashok Kalra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hostility Pays Not is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. वकालतः Hostility Pays Not Ashok Kalra द्वारा हिंदी लघुकथा 1.4k 3.3k “सर मैं अगले महीने से आपके साथ काम नहीं कर पाऊँगा, मुझे साथ वाले वकील साहब दो हजार रुपये ज्यादा तनख्वाह दे रहे हैं," वकील साहब के सहायक ने सूचित किया। “जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, बेटा। तुम्हें पैसा नाम से ...और पढ़ेदिख रहा है, तो कोई बात नहीं,” साहब ने एक फाइल खोली। “वकील राकेश तोमर जी, आप ही हैं न?" एक बूढ़ा आदमी एक नौजवान के साथ आया और पहचानने की कोशिश में उन्हें घूरने लगा। वकील साहब ने उसे पहचाना तो नहीं पर अपने सहायक को इशारा किया तो वह अपनी कुर्सी बूढ़े के लिए छोड़ कर खड़ा हो कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें वकालतः Hostility Pays Not अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी